पंचतत्व चिकित्सा ही क्यो ?

🏵 *पंचतत्व चिकित्सा ही क्यों?* 🏵

पंचतत्व को भारत वर्ष में हर कोई जानता तो है, चाहे माने या न माने, जब भी किसी महान समाजिक व्यक्तित्व की मृत्यु होती है, तो उनके अंतिम संस्कार के बाद प्रिंट मीडिया और डिजिटल मीडिया द्वारा सभी जगह दिखाई और सुनाई देता है कि नेताजी / जो भी नाम के व्यक्ति हो, पंचतत्व विलीन हो गए। परन्तु उसी व्यक्ति का इतिहास देखेंगे तो पायेंगे जब भी वह व्यक्ति बीमार हुआ डाक्टर ने सिर्फ विटामिन्स व मिनरल्स की ही गोलियाँ खिलायी है, उससे कभी यह नहीं कहा कि आपकी हवा, आकाश, अग्नि, जल, पृथ्वी असंतुलित हो गयी। 

  जबकि सर्वभौमिक सत्य यह है कि हमारा शरीर पंच महाभूतों से बना है, जिसकी पुष्टि श्री राम चरित मानस भी करता है:- 

क्षिति जल पावक गगन समीरा
पंच  रचित अति अधम शरीरा

वेद कहते हैं कि सृष्टि / ब्रह्मांड में सभी जीव पंचतत्व / पँचमहभूतो से रचित है और जो ब्रह्मांड में है वही पिंड में है। 

यथा ब्रह्माण्डे तथा पिण्डे

इस सृष्टि में यह पंचतत्व उसी तरह से जीवों में विद्यमान है, जिस तरह ईश्वर कण कण में विद्यमान हैं। जिसे अब आधुनिक विज्ञान ने जिनेवा में हुए प्रयोग में 14 मार्च 2014 को God Particlas के नाम से माना भी है, वास्तविकता में यही पंचतत्व की महिमा में है कि यह जीवन से पहले और जीवन के बाद भी हर जगह विद्यमान है।

जब भी हम अपने घर की मरम्मत करते है तो उसमें ईंट, बालू, रोड़ी, सीमेंट आदि का ही उपयोग करते है। हम क्यों नहीं उसकी मरम्मत कैल्शियम, एसिटलीन, एल्कोहल आदि किसी केमिकल से करते है ....?? क्योंकि मकान का अस्तित्व मिट्टी से है तो हम मिट्टी के विभिन्न अवयवों से ही उसकी मरम्मत करेंगे। इसी तरह हम पूरी जिंदगी अपने जिस शरीर को हृष्ट - पुष्ट करने के लिए भोजन के रूप में पंचभूत निर्मित आहार ग्रहण करते है, पर जब वही हमारा शरीर रोगग्रस्त हो जाता है तो हम कैल्शियम, मैंगनीज, सल्फर, रसायन के चक्कर में चले जाते हैं क्यों ...? रोग पंचमहाभूत तत्वों के असुंतलन के कारण हुआ और चिकित्सा रसायन में ...?? यदि इन्ही पंचमहाभूत ऊर्जाओं (जल, वायु, अग्नि, आकाश और पृथ्वी) को  सुव्यवस्थित कर दिया जाए तो रोगी को 5 मिनट में ही आराम मिलने लगता है। इसी विधा का नाम ही पंचतत्व है। ना कोई औषधि ना कोई योग ...

 पंचतत्व आरोग्यम सेवा संस्थान के प्रणेता श्रद्धेय श्री ब्रजमणी शास्त्री जी के मार्गदर्शन में अनेक राज्यो जैसे - हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि क्षेत्रों में लाखों रोगियों को पंचतत्व चिकित्सा के माध्यम से स्लिप डिस्क, साइटिका, गठिया, महिला एवं प्रसूति रोग, कैंसर, किडनी फेलियर, लिवर आदि जैसे असंख्य प्रकार के रोगों को ठीक किया है। 

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कोई भी व्यक्ति हमसे Telegram के माध्यम से ऑन लाइन चिकित्सा प्राप्त कर सकते हैं। Telegram में आपको रोगी प्रपत्र मिलेगा, उसे भरकर भेजने पर आपको चिकित्सक एडमिन आपके पर्सनल पर चिकित्सा प्रारम्भ कर देंगें।

👉🏼 ध्यान रहे आपको प्रतिदिन बताई गई चिकित्सा की फोटो व अपने लक्षण पूर्ण स्वस्थ्य होने तक समूह में भेजना भेजे।।


👉🏼 पंचतत्व चिकित्सा से प्रतिदिन बिना किसी औषधि के सैकड़ो रोगी ठीक हो रहे है, जिनके प्रामाणिक प्रमाण संस्थान के पास उपलब्ध है।


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Step 2 -  इस link से पंचतत्व चिकित्सा समूह से जुड़कर अद्भुत परिणाम देखिये।

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साभार

🙏 *पंचतत्व आरोग्यम् सेवा संस्थान* 🙏

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